Few lines by Shishir for his poem based "Pehchaan Kaun?" game round:
शांत, स्थिर, उदार, गंभीर ,
दिखूं जैसे कोई महात्मा या हो पीर |
कार्यस्थल पर सतत लगा रहूँ,
एक्स्ट्रा कर्रिकुलर में भी मदद किया करूँ |
vision ग्रुप में है मेरा बोल बाला,
थोडा सा हूँ गुस्सैल, पर हूँ अच्चे मन वाला | "
-- शुभकामनाओं सहित
शिशिर
Tuesday, August 11, 2009
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